दोस्तों अपने eprocurement up के बारे में तो सुना ही होगा आज हम इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। eprocurement up उप एक पोर्टल है जिसके जरिये सरकार ऑनलाइन टेंडर निकलती है जिसके लिए कोई भी व्यक्ति बीड लगा सकता है।

चलिए थोड़ा विस्तार से eprocurment के बारे में बताते हैं। यह पोर्टल देश के सभी राज्यों में एक तरह से ही काम करता है बल्कि केंद्र के लिए भी eprocurment एक जैसा ही है। देश और राज्यों के सभी सरकारी कार्यालयों , नए प्रोजेक्टों, नई बनने वाली सरकारी बिल्डिंगो, दफ्तरों, या किसी भी सरकारी काम काज के लिए जो मटेरियल की आवस्कता होती है सरकार उसके लिए eprocurment पोर्टल पर टेंडर निकालती है जिसके लिए ठेकेदार बीड भरते है जिसे कोटेशन भी कहा जाता है। सरकार ऐसे ठेकेदार की बिड स्वीकार करती है जो गुणवत्ता भी अच्छी देता है और रेट भी कम रखता है। इस प्रकार ये सभी प्रक्रिया जैसे की टेंडर निकलना , ठेकेदार द्वारा बिड डालना , सरकार द्वारा बिड को चुनना , और अन्य तरह की सभी डिटेल्स इस पोर्टल के जरिये ही की जाती हैं।
Table of Contents
eProcurement UP लिमिटेड टेंडर क्या है
लिमिटेड टेंडर स्कीम के तहत कोई भी टेंडर खुला टेंडर नहीं निकला जाता है बल्कि ऐसे वेंडर को यह टेंडर दिया जाता है जो पहले से किसी प्रोजेक्ट पर काम कर चूका है और सरकार को उस वेंडर की रेट दर और काम काज पसंद आया हो। इस प्रकार से लिमिटेड टेंडर के तहत काम उसी वेंडर के द्वारा करवाया जाता है।
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eProcurement UP ओपन टेंडर क्या होता है।
किसी भी सरकारी बायर के द्वारा जब किसी सर्विस की जरूरत होती है या किसी सामान की जरूरत होती है तो उस बायर के इसके लिए eprocurement up पोर्टल पर टेंडर निकलना होता है यह टेंडर लिमिटेड टेंडर भी हो सकता है जैसे की ऊपर जानकरी दी गई है और अगर लिमिटेड टेंडर नहीं है तो यह ओपन टेंडर निकाला जा सकता है। ओपन टेंडर लिमिटेड टेंडर से अलग होता है जैसे की लिमिटेड टेंडर में केवल उन वेंडरों को ही आमंत्रित किया जाता है जो पहले से अपनी सेवा दे चुके है और सरकार को उनकी सेवा पसंद आई है लेकिंग ओपन टेंडर सभी के लिए निकला जाता है। इस टेंडर में कोई भी वेंडर इस पोर्टल पर अपनी आई डी और पासवर्ड क्रिएट करके इस टेंडर के लिए बिड लगा सकता है। उम्मीद करता हूँ आपको ओपन टेंडर और लिमिटेड टेंडर में फर्क समझ आया होगा।
eProcurement UP Buyer कौन होता है।
eprocurement पोर्टल पर buyer कोई भी सरकारी डिपार्टमेंट , अधिकारी , ऑफिस या कंपनी होती है जो इस पोर्टल पर किसी भी सर्विस या सामान के लिए टेंडर निकलती है। buyer के द्वारा टेंडर तैयार किया जाता है और पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।
eProcurement UP Supplier कौन होता है।
Supplier उस ठेकेदार या वेंडर को कहा जाता है जो पोर्टल पर अपने सामन या सर्विस के लिए बिड डालता है वह कोई इंडिविजुअल व्यक्ति या कंपनी भी हो सकती है। जब वेंडर की बिड सरकार द्वारा स्वीकार कर ली जाती है तो वह seller बन जाता है।
Digital Signature क्या होता है
दोस्तों जब आप किसी भी eProcurment पोर्टल पर बिड डालना चाहते हैं चाहे टेंडर केंद्र सरकार द्वारा निकला गया है या राज्य सरकार द्वारा। किसी भी टेंडर की बिड भरने के लिए एक डिजिटल सिग्नेचर की जरूरत होती है। डिजिटल सिग्नेचर एक ऑथैंटिकेटेड सर्टिफिकेट होता है जो सॉफ्ट कॉपी में होता है। इसे आप पानी पेन ड्राइव , चिप या लैपटॉप कंप्यूटर में रख सकते हैं। डिजिटल सिग्नेचर किसी ऑथैंटिकेटेड कपोनी से ही बनवाया जा सकता है जिसे भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। डिजिटल सिग्नेचर बनाने वाली कंपनियों के नाम आप गूगल पर भी सर्च कर सकते हैं। एक बार डिजिटल सिग्नेचर बनवाने के बाद आप इसे बार बार किसी भी सरकारी काम काज के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। कोई भी टेंडर पब्लिश करने या पार्टिसिपेट करने के लिए डिजिटल सिग्नेचर का होना जरूरी है।
eProcurement UP पोर्टल टेंडर के लिए पार्टिसिपेट कैसे किया जा सकता है।
दोस्तों procurement पोर्टल पर टेंडर में पार्टिसिपेट करने के लिए सबसे पहले आपको इस पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। eprocurement up पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपके पास डिजिटल सिग्नेचर का होना भी जरूरी है। आई डी पासवर्ड बनाने के बाद आप इस पोर्टल पर टेंडर के लिए किसी भी वक्त बिड डाल सकते है इसके लिए ऑफिस समय के बाद भी बिड डाल सकते हैं। पार्टिसिपेट करने से पहले टेंडर को अच्छी तरह से जरूर पढ़ ले और जान ले की मांगी गई सर्विस या सामान क्या आपके पास उपलब्ध है और क्या आप इसे मांगी गई गुणवत्ता के अनुसार और कम रेट पर उपलब्ध करा सकते हैं। इसके बाद अपनी आई डी और पासवर्ड से लॉगिन करके बिड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
टेंडर फी और अर्नेस्ट मनी क्या होती है
दोस्तों जब कोई भी टेंडर अप्लाई करना है तो सबसे पहले आपको टेंडर की एक कॉपी प्रिंट लेनी है और उसके बाद टेंडर की सभी शर्ते सही से पढ़ कर उसके लिए अप्लाई करना है। टेंडर पेपर में डिपार्टमेंट द्वारा एक टेंडर फी भी लिखी होती है जो की टेंडर भरने के लिए पे करनी जरूरी होती है। यह फी टेंडर निकलने से लेकर टेंडर को क्लोज करने तक जो खर्चा उठाया जाता है उसे फी के रूप में लिया जाता है। टेंडर पेपर में अर्नेस्ट मनी भी लिखी होती है जो टेंडर अप्लाई करते वक्त भरनी जरूरी होती है। इसलिए टेंडर अप्लाई करने से पहले टेंडर फी और अर्नेस्ट मनी जरूर पढ़ ले।
टेंडर में प्रोसेसिंग फीस क्या होती है।
दोस्तों प्रोसेसिंग फीस एक टेक्स की तरह से होती है जो पोर्टल के मेंटिनेंस के लिए ली जाती है। आजकल सभी टेंडर ऑनलाइन ही निकाले जाते है जिसके लिए किसी न किसी कंपनी का पोर्टल इस्तेमाल किया जाता है। जब पोर्टल को इस्तेमाल किया जायेगा तो उसकी मेंटिनेंस कॉस्ट भी देनी पड़ती है। इस तरह से टेंडर प्रोसेसिंग फीस दी जाती है।
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eProcurement UP पर टू बिड या सिंगल बिड क्या होता है।
दोस्तों जब आप सभी तरह की जानकारी लेने के बाद टेंडर के लिए बिड डालते हैं तो बिड डालते वक्त आपको पता चल जायेगा की आपकी बिड टू बिड है या सिंगल बिड है। टू बिड का मतलब होता है की बिड दो तरह की है जिसमे एक टेक्निकल बिड और दूसरी प्राइस बिड है। टेक्निकल बिड में आपके सभी टेक्निकल डाक्यूमेंट्स अपलोड होते हैं जैसे की आपका पेन कार्ड , आधार कार्ड , फर्म रजिस्ट्रेशन , प्रोविडेंट फण्ड , ESI, एक्सपीरियंस, फाइनेंसियल डिटेल्स , वर्क आर्डर , टर्न ओवर और ITR आदि अपलोड होते हैं। प्राइस बिड में आइटम का आइटम रेट या परसेंटेज रेट हो सकता है। परसेंटेज रेट का मतलब होता है की डिपार्टमेंट द्वारा निर्धारित कॉस्ट को डिटेल्स में परसेंटेज कॉस्ट के तौर पर दिखाना होता है।
eProcurement UP Details
Portal Name | eProcurement Up |
State | Uttar Pradesh |
Portal For | Online Tender and Bids |
Who Started | UP Government |
Portal Link | etender.up.nic |
eProcurement UP Registration कैसे करे -जाने पूरा प्रोसेस
दोस्तों अगर आप up etender पोर्टल पर कोई बिड अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी यूजर आई डी और पासवर्ड क्रिएट करना जरूरी है। यूजर आई डी और पासवर्ड बनाने के लिए आपको eProcurement up की अधिकारी वेबसाइट पर विजिट करना पड़ेगा जिसका url etender.up.nic.in है।

पोर्टल के होम पेज पर दाई तरफ “Online Bidder Enrollment” के लिंक पर क्लिक करना है।
इसके बाद आप अगले पेज पर पहुँच जायेंगे। अगले पेज पर मांगी गई इनफार्मेशन सही से भरनी हैं क्योंकि अगर कोई गलत इनफार्मेशन भरी गई तो आपकी बिड रद्द हो सकती है।

सबसे पहले आपको एक ईमेल आई डी भरनी है जिसे लॉगिन आई डी बनाना है।
अगली फिल्ड में भी एक ईमेल आई डी भरनी है जिस पर कोई भी मैसेज भेजा जा सके। यह मेल आई डी ऊपर दी गई आई डी भी हो सकती है और इसे अलग भी भर सकते हैं।
अगली फील में आपको अपना मोबाइल नंबर भरना है। पहले इंडिया का कोड जो की 91 है , सेलेक्ट करना है।

अगले भाग में कंपनी डिटेल भरनी है।
सबसे पहले कंपनी का नाम भरना है।
अगले स्थान पर कंपनी का रजिस्ट्रेशन नंबर भरना है।
कंपनी का एड्रेस भरना है।
कंपनी के मालिक या भागीदारों का नाम भरना है।
बिडर टाइप में इंडिया सेलेक्ट करना है।
शहर का नाम जहां पर कंपनी है।
स्टेट का नाम जहां कंपनी है।
पोस्टल कोड यानी पिन कोड भरना है।

कंपनी का पैन कार्ड नंबर या TAN नंबर भरना है।
कंपनी कब शुरू हुई थी साल सेलेक्ट करना है।
कंपनी किस तरह का बिज़नेस करनी है , सेलेक्ट करना है।
कंपनी का लीगल स्टेटस क्या है सेलेक्ट करना है।
कंपनी के बिज़नेस केटेगरी सेलेक्ट करनी है।
अगले पार्ट में कांटेक्ट पर्सन की डिटेल भरनी है।
एक ऐसे व्यक्ति की डिटेल जो कपनी में किसी न किसी पद पर कार्यरत है और बिड इनफार्मेशन आदान प्रदान के लिए जिम्मेदार है।
टाइटल सेलेक्ट करें , व्यक्ति का नाम भरें।
जन्म तारिख भरें और पद का नाम भरें।
कंपनी के फ़ोन नंबर कंट्री कोड और सिटी कोड के साथ।
निचे कैप्चा कोड भरना है और submit पर क्लिक करना है।
इस प्रकार आपकी रजिस्ट्रेशन एप्लीकेशन सबमिट हो जाएगी।
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